प्रयागराज मे वैसे तो भगवान शिव के अनेकोनेक मंदिर है लेकिन मनकामेश्वर जैसा प्रतिष्ठित शायद ही कोई हो।
आज से लगभग 400 वर्षों पूर्व बाबा मनकामेश्वर को यमुना नदी के किनारे स्थापित किया गया था।
इस मंदिर मे प्रतिदिन भक्तों का तांता लगा रहता है लेकिन शिवरात्रि और सावन मे तो यहां पैर रखने तक कि जगह नहीं होती है।
इस सिद्ध पीठ का परिसर भले ही छोटा सा हो किन्तु इसकी पवित्रता बहुत बड़ी है।
सफेद रंग के शिवलिंग के रूप मे स्थापित मनकामेश्वर अत्यंत ही सुंदर है और उसके ऊपर स्थित शेषनाग उनकी शोभा मे चार चांद और लगा देते हैं।
यमुना के तट पर स्थित पर ये मनोरम मंदिर अत्यंत ही सुहावना और मन को शांति देने वाला है इसलिए जब कभी भी आपका मन अशांत हो या आप उदास हो तो बाबा मनकामेश्वर की शरण मे आजाये आपकी समस्याओं का निदान हो जाएगा।